ॐ ह्रीं ऎं क्लीं श्री बगलानने मम रिपून नाशय नाशय ममैश्वर्याणि देहि देहि शीघ्रं मनोवान्छितं साधय साधय ह्रीं स्वाहा । एक जप माला लें और इसका उपयोग आपके द्वारा कहे जा रहे मंत्रों पर ध्यान देने के लिए करें। अपने मन्त्र का जप जितनी चाहे, उतनी मालाओं में करें। https://friendlybookmark.com/story16581005/little-known-facts-about-baglamukhi-mantra